Osmosis (परासरण) क्या है ?

Osmosis कोशिकाओं के बीच होने वाली एक जैविक घटना है। Semipermeable membrane (अर्द्ध पारगम्य झिल्ली) द्वारा जल के अणुओं का कम सांद्रता वाले विलयन से अधिक सांद्रता वाले विलयन की ओर गति करने की प्रक्रिया Osmosis (परासरण) कहलाती है।
Solute (विलेय) कम सांद्रता का विलयन और Solvent (विलायक) अधिक सांद्रता का विलयन होता है। यह Diffusion (विसरण) के सिद्धांत पर आधारित है क्योंकि कम सांद्रता वाले विलयन में विलायकों के अणुओं की सांद्रता अधिक सांद्रण वाले विलयन में विलायकों के अणुओं की अपेक्षा अधिक होती है। अतः Osmosis भी एक प्रकार की Diffusion प्रक्रिया है।
Osmosis दो तरह से होती है:- Ex-Osmosis तथा Endo-Osmosis.
* Ex-Osmosis :- परासरण की इस विधि में किसी विलयन में उपस्थित cell(कोशिका) से विलायक (जल) को बहिर्परासरण के माध्यम से बाहर निकाला जाता है, जिसके फलस्वरूप कोशिकाएँ सिकुड़ (shrink) जाती है। जैसे- नमक के घोल में किशमिश का सिकुड़ जाना। इस क्रिया को Plasmolysis भी कहते है।
* Endo-Osmosis :- परासरण की इस विधि में कोशिकाएँ कम सांद्रता वाले विलयन में अंतः परासरण के माध्यम से फूल जाती हैं। जैसे :- सामान्य जल में किशमिश का फूल जाना। इस क्रिया को Deplasmolysis भी कहते है।
Solute (विलेय) कम सांद्रता का विलयन और Solvent (विलायक) अधिक सांद्रता का विलयन होता है। यह Diffusion (विसरण) के सिद्धांत पर आधारित है क्योंकि कम सांद्रता वाले विलयन में विलायकों के अणुओं की सांद्रता अधिक सांद्रण वाले विलयन में विलायकों के अणुओं की अपेक्षा अधिक होती है। अतः Osmosis भी एक प्रकार की Diffusion प्रक्रिया है।
Osmosis दो तरह से होती है:- Ex-Osmosis तथा Endo-Osmosis.
* Ex-Osmosis :- परासरण की इस विधि में किसी विलयन में उपस्थित cell(कोशिका) से विलायक (जल) को बहिर्परासरण के माध्यम से बाहर निकाला जाता है, जिसके फलस्वरूप कोशिकाएँ सिकुड़ (shrink) जाती है। जैसे- नमक के घोल में किशमिश का सिकुड़ जाना। इस क्रिया को Plasmolysis भी कहते है।
* Endo-Osmosis :- परासरण की इस विधि में कोशिकाएँ कम सांद्रता वाले विलयन में अंतः परासरण के माध्यम से फूल जाती हैं। जैसे :- सामान्य जल में किशमिश का फूल जाना। इस क्रिया को Deplasmolysis भी कहते है।
For Bio students...
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