एक सफल व्यक्ति का चरित्र कैसा होता है ?

किसी इंसान का चरित्र निष्ठा, निःस्वार्थ, भावना, समझ, दृढ़विश्वास, साहस, वफ़ादारी और दूसरों का सम्मान करने जैसे गुणों का मिश्रण होता है।
जब आप किसी सफल व्यक्ति के चरित्र का अवलोकन करेंगे तो आप पायेंगे कि :- उनका अपना एक स्तर होता है। उनमें आत्मसंयम होता है। वे बहुत संतुलित होते है। उनमें अहंकाररहित दृढ़ता और आत्मविश्वास होता है। वे दूसरों का ध्यान रखते है। किसी काम के लिए वे बहाने नहीं बनाते, वे जानते है कि शिष्टाचार और सलीके से पेश आने के लिए छोटी-छोटी कुर्बानियाँ देनी पड़ती है।
खुशनुमा चरित्रवान व्यक्ति अपनी पिछली गलतियों से सीखते है। वे अपने फायदे के लिए दूसरों को तबाह नहीं करते है। उनमें दिखावा नहीं, बल्कि असलियत होती है। उनमें ऊँचे लोगों की सोहबत में रहने की काबिलियत तो होती ही है, साथ ही आम आदमी वाला अंदाज भी होता है। उनके शब्दों में मिठास, नजरों में हमदर्दी और मुस्कान में शराफत होती है।
ऐसे इंसानों में अत्याचार के विरोध में खड़ा हो सकने वाला स्वाभिमान होता है। वे अपने जिम्मेदारियों को स्वीकार करते है। वे विनम्र होते है। जीत और हार दोनों स्थितियों में समानता बनाये रखते है। वे भाग्य और प्रसिद्धि का मोहताज नहीं होते। उनमें उत्कृष्टता होती है, परन्तु घमण्ड नहीं होता। उनमें आत्मअनुशासन और ज्ञान होता है। वे आत्मसंतुष्ट होते है। वे जीतने पर दयाभाव और हारने पर समझदारी दिखाते है।
दोस्तों !,,, इंसान का स्वभाव कुछ ऐसा होता है कि अपनी महानतम उपलब्धियों के क्षणों में वह लापरवाह होने लगता है। इसलिए कामयाब होने के साथ ही हमें काफी आत्मअनुशासन की आवश्यकता होगी और संतुलन कायम रखते हुए विनम्रता और प्रतिबध्दता का परिचय देना होगा।
सफलता हासिल करने से अधिक मुश्किल उसे संभालना होता है। बहुत से लोग सफल होना तो जानते है, परन्तु सफल होने के बाद उसे संभालना नहीं जानते है। इसलिए योग्यता और चरित्र का रिश्ता चोली-दामन का साथ माना जाता है। योग्यता की वजह से सफलता मिलती है, और चरित्र सफलता को संभालता है। इसलिए हमें सबसे पहले चरित्रवान बनने की दिशा में अग्रसर होना चाहिए।,,,
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