Insulin (इन्सुलिन) क्या है ?

इन्सुलिन एक प्रकार का मानव हार्मोन है, जो Pancreas (अग्न्याशय) में पायी जाने वाली Islets of Langerhans की बिटा-कोशिकाओं (beta cells) के द्वारा स्रावित होती है। यह हार्मोन Carbohydrate metabolism (कार्बोहाइड्रेट उपापचय) के लिए अत्यधिक महत्वपूर्ण है। यह पेशियों एवं liver (यकृत) में glucose से glycogen के परिवर्तन की दर को काफी बढ़ा देता है।
यह शर्करा (sugar) एवं वसा (Lipid) के निर्माण में भी सहायक है और प्रोटीन संश्लेषण को प्रेरित करता है। यह पेशियों में glucose metabolism (ग्लूकोस उपापचय) को तीव्र करता है। अगर Pancreas इन्सुलिन हार्मोन का उत्पादन बंद कर दे तो urine (मूत्र) एवं blood (रक्त) में sugar की मात्रा बढ़ जाएगी। यह glucose के oxidation (ऑक्सीकरण) से शरीर कोशिकाओं में ऊर्जा विमुक्ति को प्रभावित करता है।
इन्सुलिन के अल्प स्रवण से मधुमेह या डाइबिटीज मेलिटस (Diabetes mellitus) नामक रोग होता है। इस रोग में blood में glucose की मात्रा बढ़ने लगती है।glucose की मात्रा बढ़ने से glucose मूत्र में उत्सर्जित होने लगता है। मूत्र में जल की मात्रा बढ़ जाती है जिससे मूत्र पतला एवं मात्रा बढ़ जाती है। इस प्रकार बहुमूत्रता की अवस्था उत्पन्न हो जाती है।
इन्सुलिन के अति स्रवण से Hypoglycemia नामक रोग हो जाता है। इस रोग में blood में glucose की मात्रा कम हो जाती है जिससे तंत्रिका तथा रेटिना की कोशिकाएँ ऊर्जा की कम मात्रा की अवस्था में आ जाती है। इससे जनन क्षमता एवं दृष्टि ज्ञान कम होने लगता है तथा रोगी को थकावट अधिक महसूस होती है।
इसलिए इन्सुलिन का स्रवण शरीर में नियत मात्रा में ही होनी चाहिए। इन्सुलिन का स्रवन आवश्यकता से कम अथवा ज्यादा, दोनों स्थिति शारीरिक स्वास्थ्य लिए हानिकारक है।
For Bio students...
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