शुभ और अशुभ व्यक्ति कौन ?
दोस्तों ! आज का विचार एक कहानी से शुरू करना चाहते है। यह कहानी एक पुराने समय का है।
एक नगर में एक इंसान इसलिए बदनाम हो गया कि लोगों के अनुसार , उसका चेहरा मनहूस था। नगरवासियों का यह विश्वास इतना मजबूत होता गया कि यह बात राजा के कानों तक जा पहुँची। राजा को इस धरना पर भरोसा नहीं हुआ। उसने उस इंसान को बुलाकर अपने महल में रख लिया और अगली सुबह उठते ही उसका चेहरा देखा।
उसके बाद राजा अपने दैनिक कार्यो में व्यस्त हो गया। उस दिन इत्तेफ़ाक से व्यस्तता इतनी बढ़ी कि राजा साहब को भोजन भी नसीब नहीं हुआ। अब शाम होते-होते राजा साहब को यकीन हो गया कि वह इंसान वाकई में मनहूस है। उन्होंने उस गरीब को फाँसी पर चढाने का हुक्म दे दिया।
लेकिन जब गुणवान मंत्री को पता चला तो वह राजा से मिला और बोला :- आप इस निर्दोष को क्यों दंड सुना रहे है? राजा ने कहा :- इस मनहूस का चेहरा देखने के बाद मुझे दिन भर भोजन नसीब नहीं हुआ।
तब मंत्री ने कहा :- क्षमा करे महाराज ! इस व्यक्ति ने भी सबसे पहले आपका मुँह देखा और शाम को मृत्युदंड मिल गया। अब आप ही तय करें कि कौन ज्यादा मनहूस है ? आप या वो ?,,,,, राजा को बात समझ में आ गयी और उस इंसान को ससम्मान मुक्त कर दिया।
दोस्तों ! वास्तविकता तो यही है कि दुनिया का सभी व्यक्ति शुभ होते है। किसी व्यक्ति का चेहरा मनहूस नहीं होता। सब ईश्वर की देन है। अशुभ या मनहूस वाली बातें हमारे देखने या सोचने की नज़रिये पर निर्भर रहती है। इस प्रकार का दृष्टिकोण हमें पीछे की ओर धकेलती है, जबकि दृष्टिकोण सही हो तो, जिंदगी बेहतर और खुशनुमा बन जाती है।,,,,,
आगे पढे : यकीन मानिये आप ही है सबसे अमीर इंसान !
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