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मन की खुशियाँ,,,,!

मन की खुशियाँ,,,,!

दोस्तों, छोटी-छोटी खुशियों का मोल वही जानता है जिसके जीवन में वह खुशियाँ उपलब्ध नहीं हैं। आँखों का मोल उस युवा से ज्यादा कौन जानता होगा, जिसकी आँखों की रौशनी चली गयी हो। हाथ-पैरों का मोल उनसे पूछिये जिनके हाथ-पैर नहीं हैं। सोंचने की शक्ति का मोल उनसे पूछिये जो विकसित नहीं है। जिस दिन आप इस सत्य को मन में बसा लेंगे कि ईश्वर ने मुझे परिपूर्ण बनाकर पैदा किया है, उस दिन से आप कमियों की बातें छोड़ कर खुश रहने लगेंगे।

चलिए आज एक छोटी सी नयी कहानी को समझने की कोशिश करते है,,,,,,

एक बार एक वृद्ध पिता अपने युवा पुत्र के साथ ट्रेन में चढ़े। जैसे ही ट्रेन चली बेटा उत्साह से झूम उठा। वह खिड़की के पास बैठा हुआ था। हाथ खिड़की से बाहर लाकर वह हवा को महसूस करने लगा और अचानक चिल्ला उठा, देखो पापा, सभी पेड़ पीछे की ओर जा रहे है। पापा मुस्कुराते हुए बेटे की बात सुन रहे थे।

बेटे ने फिर कहा - पापा , बन्दर कैसे उछल कूद कर रहा है और पेड़ों पर कितने सारे आम लटके हुए है। लटके हुए आम कितने सुन्दर दिखते है। पिता ने सहमति में सर हिलाया।,,,,,,, उस नौजवान के पास बैठे अन्य यात्रियों को यह बच्चों जैसा व्यवहार अजीब लग रहा था।

तभी बारिश होने लगी, और कुछ बूँदें लड़के की बांह पर आ टपकी। लड़के ने प्रसन्नता से आँखें बंद कर ली। उसके मुँह से फिर निकल पड़ा - पापा , बारिश की बुँदे कितनी सुन्दर होती है ना। ,,,,,,, अब अन्य यात्री पूरी तरह असहज हो चुके थे। एक दंपति ने उसके पिता से पूछ ही लिया कि आप अपने बेटे को किसी अच्छे अस्पताल में ले जाकर इलाज क्यों नहीं कराते।

पिता ने शांत भाव से जवाब दिया - हम अस्पताल से ही आ रहे है। मेरे बेटे ने आज पहली बार दुनिया देखी है, बचपन से इसकी आँखों में रोशनी नहीं थी। यह सुनते ही यात्री स्तब्ध रह गये।

अब सोंचिये कि वह लड़का पहली बार केवल आँखों के कारण इतना खुश है तो हमारे पास सारा अंग सही सलामत होते हुए भी हम खुश क्यों नहीं है? दोस्तों,,,,, मैं ऐसे लोगों को भी जानता हूँ जिनके शरीर में कमी है, लेकिन उन्होंने अपनी आत्मशक्ति के दमपर उस कमी को बौना बना दिया है। वो आज किसी पर निर्भर नहीं है और बेहद खुश है। इसके विपरीत अनेक लोग सब कुछ होते हुये भी हर पल किसी न किसी कमी का रोना रोते है। इसलिए इस अहसास को शक्तिशाली बनाइये कि आप बेहद महत्वपूर्ण व्यक्ति (VIP) है।

अब आपको यह तय करना है कि मेरा मन कैसे खुश रहेगा?

5 comments:

  1. हर पल को उमंग के साथ जीना ही जीवन है। और यह कला सबों को आती नहीं ।
    बेहतरीन पोस्ट 👌

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  2. Bahut hi sundar bachan

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