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"पहल" करने से सबकुछ मिल सकता हैं, जो आप चाहते हैं, कैसे ?

"पहल" करने से सबकुछ मिल सकता हैं, जो आप चाहते हैं, कैसे ?

दोस्तों ! आज के शीर्षक का विश्लेषण करने से पहले एक कहानी सुनाता हूँ। ,,,,, एक शहर के व्यस्त इलाके में शराब की दुकान खुली। दुकान खुलने के कुछ ही दिनों बाद वहाँ के रहने वाले सभी लोग बेहद परेशान और दुःखी हो गए। कारण, शाम ढलते ही वहाँ ऐसा माहौल हो जाता था कि महिलाओं और बच्चों का निकलना दूभर हो गया था। अर्थात वह इलाका बेहद अशांत हो गया था।

सभी लोग अन्दर ही अन्दर विरोध में थे, लेकिन कोई भी सामने आकर विरोध व्यक्त नहीं कर पा रहा था। किसी को भय था, किसी को समय का अभाव था, कोई जिम्मेदारी नहीं लेना चाहता था, किसी का घर दूर था, कुछ लोगों का सोच था कि कौन इस झंझट में पड़े।

दो-तीन महीने के बाद अचानक एक महिला ने उस दुकान के सामने अनशन की घोषणा कर दी और एक दरी बिछाकर वो दुकान के सामने सड़क पर बैठ गई। देर शाम तक कुछ और महिलाएँ उसके साथ जुड़ गई। अगले दिन बहुत सारे बच्चे भी शामिल हो गये। दो दिन बाद पूरी कॉलोनी उस दुकान के सामने अनशन पर बैठी थी। मीडिया ने भी खबर को प्रमुखता से छापा। लोगों के दबाव के आगे प्रशासन को आनन्-फानन में दुकान बन्द करने की घोषणा करनी पड़ी। उस दिन से वह महिला उस मोहल्ले की अघोषित लीडर के रूप में स्थापित हो गई। यह सब उस महिला की "पहल" की वजह से हुआ।

पुरे भारत को भ्रष्टाचार ने किस कदर जकड़ रखा है, यह किसी से छुपा नहीं है। इसके विरोध में पूरी शक्ति से पहल करने वालो की कमी थी। लेकिन जैसे ही श्री अन्ना हजारे और डॉ. किरण बेदी ने पहल की, पुरे भारत के करोड़ो लोग साथ हो गए। जनसामान्य की इतनी सशक्त प्रतिक्रिया कई सालों से नजर नहीं आ रही थी। लोग सत्याग्रह को बीते दिनों का हथियार मान रहे थे। लेकिन उसी सत्याग्रह ने फिर से सरकार को झुका दिया और लोकपाल बिल कमिटी की घोषणा करनी पड़ी।

मुझे लगता है कि इस कहानी और उदहारण से यह तो जरूर समझ में आ गया होगा कि "पहल" शब्द का अर्थ और ताक़त क्या है? दोस्तों!,,,, पहल करना जीवन के हर क्षेत्र में आपकी लीडरशिप को दर्शाता है। हो सकता है कि आप बेहद गुणी हों। आप अच्छा गाते हों, अच्छी चित्रकारी करते हों, अच्छा भाषण देते हों, मिमिक्री करते हों, लेकिन आपका कोई भी गुण अन्य लोग तभी जान पायेंगे जब आप पहल करके उन्हें प्रदर्शित करेंगे। कठिन मौकों पर आप जब पहल करके रास्ते सुझाते हैं, तो अन्य लोग आपको निश्चित रूप से एक सफल लीडर के रूप में स्वीकार करेंगे।

तो डरे नहीं ! पहल करें ! और सफल बनें !



2 comments:

  1. आपने जो कहानी के माध्यम से पहल कराया ओ काफी सराहनीय है

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