Header Ads

Blue-green algae (नील-हरित शैवाल) क्या है ?

   
Blue-green algae (नील-हरित शैवाल) क्या है ?
Blue-green algae वास्तव में एक प्रकार का bacteria है। इन्हें Cyanobacteria के नाम से भी जाना जाता है। Cyano का अर्थ ग्रीक भाषा में नीला होता है। Cyanobacteria को पृथ्वी का सफलतम जीवधारियों का समूह माना जाता है। ये संसार के उन सभी स्थलों पर पाये जाते हैं, जहाँ oxygen उत्पादक photosynthetic जीवधारी निवास कर सकते हैं जैसे- सामान्य जल, समुद्री जल, नम चट्टान, मिट्टी आदि। ये Multicellular या Unicellular दोनों प्रकार के हो सकते हैं।

संरचना के आधार पर इनकी कोशिकाओं की मूलभूत रचना शैवालों की अपेक्षा जीवाणुओं से अधिक समानता रखती है। जिनमे Chlorophyll नामक photosynthetic pigment पाया जाता है जिसके कारण ये photosynthesis क्रिया द्वारा भोजन का निर्माण स्वयं करते हैं। इस क्रिया के रूप में ये जीवाणु hydrogen के स्रोत के रूप में जल का प्रयोग करते हैं। इस प्रकार के Bacteria में कुछ खास लक्षण पाये जाते है :-

* ये Aquatic, Filamentous, Autotrophic एवं Chlorophyllus होते है।

* इनकी Cell wall में Cellulose पाया जाता है।

* इनमें Sexual reproduction नहीं होता है।

* इनमें Asexual reproductin, Akinetes द्वारा होता है।

* इनमें विकसित Cell organelles का अभाव होता है।

* इनमें आनुवंशिक इकाई के रूप में DNA होता है।

* कुछ Cyanobacteria मिट्टी में रहकर Nitrogen fixation का कार्य करते हैं।

* इनमें शैवालों की तरह Linolic acid तथा Galactose पाया जाता है।

Blue-green algae के कुछ उदहारण :- Spirulina, Anabaena, Nostoc, Oscillatoria आदि।



आगे पढे : Rh factor क्या है ?

1 comment:

Powered by Blogger.