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जीवन की समस्याएँ एवं समाधान।

जीवन की समस्याएँ एवं समाधान।

जीवन में यदि मुश्किलें है, तनाव है, समस्याएँ है तो सीधा उन पर कार्य कीजिए। अपने जीवन में ऐसे गुरु या मेंटर रखिये जिनके व्यक्तित्व की गरिमा एवं चरित्र पर आपको भरोसा हो। उनके साथ समस्याएँ बाँट सकते हैं। मगर वह भी चयनित समस्याएँ ही होनी चाहिए, जान बूझकर समस्याओं का पिटारा ना खोलें। समस्या कितनी भी बड़ी क्यों ना हो, उसे हल करने के लिये संभावनाओं पर ईमानदारी से चिंतन कीजिए।

जरा सोंचिये कि क्या समस्या का वाकई कोई अस्तित्व है ? अगर है तो हमेशा समस्या की जड़ तक पहुँचने की कोशिश कीजिए। सबके जीवन की एक सामान्य घटना यह है कि --जब ख़ुशी वाली बात भी आपको बार-बार खुश नहीं कर पाती, तो जिंदगी के वही दुःख आपको बार-बार दुःखी क्यों करते है? जब ख़ुशी की बात का प्रभाव कुछ देर बाद शून्य हो जाता है तो दुःखी करने वाली यादों के प्रभाव को आप कुछ देर के बाद शून्य क्यों नहीं कर देते ? क्यों उनसे बार- बार दुःखी होते है ?

दोस्तों, हमारी शक्ति एक समस्या मुक्त जीवन पैदा करने की बजाय इस बात में लगनी चाहिये कि जब हमें समस्याएँ घेर कर प्रभावित करने की कोशिश करें, तो हम कितनी जल्दी उबर पाते हैं।

तो हमें अब क्या करना चाहिये,,,,,,,,,,,

* अपनी निजी समस्याओं को निजी ही रखेंगे, उसे अनावश्यक सहानुभूति हासिल करने के लिये अन्य लोगों से शेयर नहीं करेंगे।

* जो समस्या नियंत्रण में नहीं है, उसे लेकर तनाव नहीं लेंगे।

* टालने की जगह संभावना पर चिन्तन करके ठोस निर्णय लेंगे।

* अपने जीवन में कुछ गुरु, मेंटर, या सच्चे शुभचिंतकों को चुनकर सिर्फ उनसे ही समस्या शेयर करेंगे।

यदि पूर्व में किसी बुरी घटना को याद करने पर आप पूरा दिन उदास रहते थे, और उसी घटना को याद करने पर आज आप केवल चंद मिनट उदास रहते हैं, तो यह भी आपकी जीत है।

अब तो मुश्कुराइए और ख़ुश रहने की आदत डालिये।



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